2025

फीलिंग्स ना समझने वाले पति के साथ बढ़ती हैं दूरियां, मैरिज एंड रिलेशनशिप एक्सपर्ट ने बताई इमोशन्ली Absent हस्बैंड की 5 आदतें
फीलिंग्स ना समझने वाले पति के साथ बढ़ती हैं दूरियां, मैरिज एंड रिलेशनशिप एक्सपर्ट ने बताई इमोशन्ली Absent हस्बैंड की 5 आदतें 

पति के आपकी भावनाओं को ना समझने के पीछे हो सकता है उनका इमोशनली एब्सेंट होना. यहां जानिए पति कि किन आदतों से पता चलता है कि वे सचमुच इमोशनली एब्सेंट हैं. 

शादी से पहले और शादी के बाद पार्टनर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं. अक्सर ही यह देखा जाता है कि पति शादी के बाद उतना समय नहीं देते जितना वे शादी के पहले देते थे या फिर रिलेशनशिप के दौरान देते हैं. वहीं, अक्सर ही पत्नी अपनी भावनाएं पति (Husband) से कहने की कोशिश करती है तो पति इन बातों, इन फीलिंग्स को नजरअंदाज करने लगते हैं या फिर कह देते हैं कि तुम ओवर रिएक्ट कर रही हो. पत्नी अक्सर ही यह समझ नहीं पाती कि पत्नी के इस व्यवहार की क्या वजह होती है. पत्नी खुद को ही सवालों के घेरने में डालना शुरू कर देती है जबकि पति का यह बिहेवियर उसके इमोशनली एब्सेंट होने या इमोशनली अनअवेलेबल होने के चलते हो सकता है. ऐसे में मैरिज और रिलेशनशिप कोच (Relationship Coach) आलोक से जानिए पति अगर इमोशनली एब्सेंट होता है तो उसमें कौनसे साइन्स नजर आते हैं या उसकी कौनसी आदतें बताती हैं कि वे इमोशवली अवेलेबल नहीं हैं. साथ ही जानिए कि पति इमोशनली एब्सेंट (Emotionally Absent) हो तो पत्नी को क्या करना चाहिए. 



कौन से संकेत बताते हैं कि पति इमोशनली एब्सेंट हैं । 

Which Signs That Your Husband Is Emotionally Absent 

हमेशा फोन में रहना 

पति का हमेशा अपने फोन में लगे रहना और आपसे बात करने के लिए प्रजेंट ना रहना इमोशनली एब्सेंट होने का साइन हो सकता है. पत्नी पति से बात करने की जद्दोजहद में रहती है लेकिन पति उसे इग्नोर करके अपने फोन में रील्स स्क्रॉल करने में ज्यादा व्यस्त रहता है. 

फीलिंग्स को इग्नोर करना 

अगर आपका पति आपकी फीलिंग्स (Feeling) को इग्नोर करता है और आपको उनके साथ होकर भी अकेला महसूस होता है तो इसका मतलब है कि आपके पति इमोशनली एब्सेंट हैं. पत्नी अगर अपनी फीलिंग्स एक्सप्रेस करने की कोशिश करती है तो पति उन फीलिंग्स को नकार देते हैं. 

आपके बारे में नहीं पूछते 

इमोशनली एब्सेंट पति आपसे आपके बारे में पूछने से ज्यादा सिर्फ अपनी बात करते हैं. उनका सेंटर ऑफ अंटेंशन वो खुद होते हैं. उनकी लाइफ में क्या उतार-चढ़ाव हैं या क्या अच्छा-बुरा हो रहा है उन्हें सिर्फ उसी से फर्क पड़ता है. वह आपसे आपके बारे में पूछना जरूरी नहीं समझते हैं. 

गहरी बातों के बजाए सिर्फ सतही बातें 

पति पत्नी का रिश्ता ऐसा होता है जिसमें वे एकदूसरे से अपने मन की हर बात को कह सकते हैं. लेकिन, अगर आपका पति अपने मन की बातें आपसे नहीं करते या आपकी बातें नहीं सुनते और उनसे आपकी किसी तरह की गहराई की नहीं बल्कि सिर्फ ऊपरी या कहें सतही बातें होती हैं तो यह भी इमोशनली अनअवेलेबल या इमोशनली एब्सेंट होने का चिन्ह है. 

    साथ होकर ज्यादा अकेला लगता है 

    आप खुद के साथ अकेले होने के बजाय अपने इमोशनली एब्सेंट पति के साथ होकर खुद को ज्यादा अकेला महसूस करती हैं. जबकि होना यह चाहिए कि आप पति के साथ खुद को पूरा महसूस करें. 

    कैसे करें इमोशनली एब्सेंट हस्बैंड से डील 
    1. इस बात को एक्सेप्ट करें कि आपके पति इमोशनली एब्सेंट हैं और उनके बिहेवियर के लिए खुद को ब्लेम करना या दोष देना बंद करें. 
    2. अपनी भावनाओं को साफ शब्दों में कहें और उन्हें ब्लेम करने के बजाय कहें कि आप अकेला महसूस कर रही हैं या आपको तकलीफ हो रही है. इससे पति को ऐसा नहीं लगेगा कि आप उनसे शिकायत कर रही है. 
    3. इमोशनल बाउंडरीज (Emotional Boundaries) सेट करें. पति को बताएं कि क्या आप इस रिश्ते में एक्सेप्ट करेंगी और क्या नहीं. इससे आपकी जरूरतों और परेशानियों को पति बेहतर तरह से समझ पाएंगे. 
    4. सेल्फ केयर पर ध्यान देना भी जरूरी है. कई बार पत्नी पति के व्यवहार से इतनी परेशान हो जाती है कि खुद का ध्यान रखना, खुश रहना या उन चीजों को करना बंद कर देती है जिससे उसे अच्छा महसूस होता है. इससे सिर्फ पति-पत्नी की दूरियां ही गहरी होती हैं.
    5. पार्टनर को फिक्स करने की कोशिश ना करें बल्कि उन्हें समझने की कोशिश करें और अपनी बात समझाने की कोशिश करें. साथ ही आपको जिन बातों से तकलीफ होती है वो बताएं और इमोशनल बैरियर्स को मजबूत करें. 

शादीशुदा रिश्ते में दरार ले आती हैं कपल्स की ये 3 आदतें, रिलेशनशिप कोच ने बताया क्यों कम होने लगता है प्यार 

अक्सर ही पार्टनर्स ऐसी बातें कह देते हैं या ऐसा कोई काम कर देते हैं जिनसे रिश्ते में दरार पड़ सकती है. ऐसे में पति-पत्नी को इन गलितयों को करने से खासतौर से बचना चाहिए.   

शादीशुदा रिश्ते को खराब करती हैं ये 3 गलतियां । 

3 Mistakes That Ruin Happy Married Life

दूसरों के सामने पार्टनर का मजाक बनाना 

अपने पार्टनर यानी पति या पत्नी का दूसरे लोगों के सामने मजाक बनाना एक बड़ी गलती होती है. इससे पार्टनर का आपसी विश्वास डगमगाता है और मन पर चोट लगती है सो अलग. अगर आपको अपने पार्टनर की कोई चीज बुरी लगती है या उसकी किसी हरकत पर हंसी आती है तो आप अकेले में भी उसे समझा सकते हैं. दूसरे लोगों के साथ मिलकर मजाक बनाने पर कई बार पार्टनर इतना बुरा महसूस करते हैं कि फिर हमेशा के लिए यह बात बुरी याद के तौर पर उनके जहन में बस जाती है. 

ओवर रिएक्टिंग कहकर एकदूसरे की फीलिंग को नजरअंदाज करना 

अगर आपका पार्टनर आपसे अपनी फीलिंग्स की बात कर रहा है, अगर पार्टनर बता रहा है कि वह किसी बात को लेकर बुरा फील कर रहा है या उसे आपकी किसी बात से परेशानी है, तो पार्टनर की इन फीलिंग्स को ओवर रिएक्टिंग का नाम ना दें. यह ना कहें कि आप ओवर रिएक्ट कर रहे हैं. इसके बजाय बात को समझने की कोशिश करें और बैठकर सुनें कि पार्टनर को क्या बुरा लग रहा है या क्या ही जिससे उन्हें तकलीफ हो रही है.

बातचीत से ज्यादा स्क्रीन पर ध्यान देना 

आजकल पति-पत्नी एकसाथ होकर भी एकसाथ नहीं होते हैं. व्यक्ति इतना ध्यान अपने पार्टनर पर नहीं देता जितना वो अपनी स्क्रीन पर देता है. आपको अगर सोशल मीडिया (Social Media) स्क्रॉल करना ही है तो तब करें जब आप साथ ना हों या फिर जब आप बैठकर बात कर चुके हों और कुछ देर ही फोन को हाथ में लेकर बैठे हों. हर समय फोन पर लगे रहना और अपने पति या पत्नी के साथ बात ना करना या उन्हें समय ना देना सही नहीं है. 




अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से  राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. ये एक्सपर्ट के अपने विचार हैं, B.I.News (www.newsbin24.com) इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

                                 आज का पञ्चांग,दिन,मंगलवार दिनांक 17/06/2025




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 17/06/2025, मंगलवार*

           
*षष्ठी, कृष्ण पक्ष,*
*आषाढ*
(समाप्ति काल)

तिथि------------- षष्ठी 14:45:57.    तक 
पक्ष---------------------------कृष्ण
नक्षत्र-------- शतभिषा 25:00:43
योग----------- विश्कुम्भ 09:33:02
करण----------- वणिज 14:45:57
करण-------- विष्टि भद्र 26:13:27
वार----------------------- मंगलवार
माह------------------------ आषाढ
चन्द्र राशि------------------    कुम्भ
सूर्य राशि------------------    मिथुन
ऋतु-------------------------- ग्रीष्म
आयन-------------------- उत्तरायण
संवत्सर------------------- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी
विक्रम संवत---------------- 2082 
गुजराती संवत-------------- 2081 
शक संवत------------------ 1947 
कलि संवत------------------ 5126
सूर्योदय---------------- 05:25:04
सूर्यास्त----------------- 19:15:22
दिन काल-------------- 13:50:18
रात्री काल-------------- 10:09:50
चंद्रास्त----------------- 10:48:05
चंद्रोदय----------------- 23:49:47
लग्न ---- मिथुन 1°51' , 61°51'
सूर्य नक्षत्र----------------- मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र--------------- शतभिषा 
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

गो---- शतभिषा 07:12:07

सा---- शतभिषा 13:09:58

सी---- शतभिषा 19:06:10

 सू---- शतभिषा 25:00:43

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  मिथुन 01°49,     मृगशिरा   3        का 
चन्द्र= कुम्भ 08°30 ,       शतभिषा  1      गो
बुध = मिथुन 20°52 '         पुनर्वसु 4      छ
शु क्र= मेष 16°05,        भरणी     2       लू
मंगल= सिंह 05°30 '        मघा    2        मी
गुरु=मिथुन  07°30      आर्द्रा ,      1       कु
शनि=मीन 07°48 '     उ o भा o  , 2      थ
राहू=(व) कुम्भ 28°30 पू o भा o,     3    दा 
केतु= (व) सिंह 28°30  उ oफा o 1         टे
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 15:48 - 17:32 अशुभ
यम घंटा 08:53 - 10:36 अशुभ
गुली काल 12:20 - 14:04 अशुभ 
अभिजित 11:53 - 12:48 शुभ
दूर मुहूर्त 08:11 - 09:06 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:19 - 24:15* अशुभ
वर्ज्यम 08:24 - 09:59 अशुभ
प्रदोष 19:15 - 21:18.    शुभ

🚩पंचक      अहोरात्र      अशुभ

💮चोघडिया, दिन
रोग 05:25 - 07:09 अशुभ
उद्वेग 07:09 - 08:53 अशुभ
चर 08:53 - 10:36 शुभ
लाभ 10:36 - 12:20 शुभ
अमृत 12:20 - 14:04 शुभ
काल 14:04 - 15:48 अशुभ
शुभ 15:48 - 17:32 शुभ
रोग 17:32 - 19:15 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
काल 19:15 - 20:32 अशुभ
लाभ 20:32 - 21:48 शुभ
उद्वेग 21:48 - 23:04 अशुभ
शुभ 23:04 - 24:20* शुभ
अमृत 24:20* - 25:37* शुभ
चर 25:37* - 26:53* शुभ
रोग 26:53* - 28:09* अशुभ
काल 28:09* - 29:25* अशुभ

💮होरा, दिन
मंगल 05:25 - 06:34
सूर्य 06:34 - 07:43
शुक्र 07:43 - 08:53
बुध 08:53 - 10:02
चन्द्र 10:02 - 11:11
शनि 11:11 - 12:20
बृहस्पति 12:20 - 13:29
मंगल 13:29 - 14:39
सूर्य 14:39 - 15:48
शुक्र 15:48 - 16:57
बुध 16:57 - 18:06
चन्द्र 18:06 - 19:15

🚩होरा, रात
शनि 19:15 - 20:06
बृहस्पति 20:06 - 20:57
मंगल 20:57 - 21:48
सूर्य 21:48 - 22:39
शुक्र 22:39 - 23:29
बुध 23:29 - 24:20
चन्द्र 24:20* - 25:11
शनि 25:11* - 26:02
बृहस्पति 26:02* - 26:53
मंगल 26:53* - 27:44
सूर्य 27:44* - 28:34
शुक्र 28:34* - 29:25

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 

मिथुन  > 05:20 से 07:30     तक
कर्क    > 07:30  से 09:50     तक
सिंह    > 09:50  से  12:10    तक
कन्या  > 12:10  से   14:24   तक
तुला   >  14:24  से  16:40    तक
वृश्चिक > 16:40 से  19:00    तक
धनु     > 19:00  से  21:14    तक
मकर   > 21:14 से  22:56     तक
कुम्भ   > 22:56  से  00:16    तक
मीन    > 00:16  से  01:38     तक
मेष     > 01:38  से  03:30     तक     
वृषभ   > 03:30 से  05:22     तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो गुड़ अथवा घृत खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  15+ 6 + 3 +  1 =  25 ÷ 4 = 1 शेष
 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

गुरु ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

  21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 =  5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

दोपहर:46 से 26:10 तक 

मृत्यु लोक  =  सर्वकार्य विनाशनी

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

  *पंचक अहोरात्र*

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

अनृतं साहसं माया मूर्खत्वमतिलोभिता ।
अशौचत्वं निर्दयत्वं स्त्रीणांदोषाःस्वभावजाः ।।
।।चाo नीo।।

झूठ बोलना, कठोरता, छल करना, बेवकूफी करना, लालच, अपवित्रता  और निर्दयता ये औरतो के कुछ नैसर्गिक दुर्गुण है।

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18

यया तु धर्मकामार्थान्धत्या धारयतेऽर्जुन।
 प्रसङ्‍गेन फलाकाङ्क्षी धृतिः सा पार्थ राजसी॥

परंतु हे पृथापुत्र अर्जुन! फल की इच्छावाला मनुष्य जिस धारण शक्ति के द्वारा अत्यंत आसक्ति से धर्म, अर्थ और कामों को धारण करता है, वह धारण शक्ति राजसी है
 ॥34॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। हल्की हंसी-मजाक न करें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर भरोसा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

🐂वृष
सुख के साधनों पर व्यय होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश शुभ रहेगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। नौकरी में प्रमोशन‍ मिल सकता है। चोट व रोग से बचें। यश बढ़ेगा। बेचैनी रहेगी। जल्दबाजी न करें।

👫मिथुन
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। बाहर जाने का मन बनेगा। बड़ा काम करने की योजना बनेगी। लाभ होगा।

🦀कर्क
कानूनी अड़चन सामने आएगी। अज्ञात भय सताएगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम बढ़ेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में उच्च‍ाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देंगे।

🐅सिंह
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से क्लेश संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

🙍‍♀️कन्या
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। पार्टी व पि‍कनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शारीरिक कष्ट संभव है।

⚖️तुला
व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। आय के साधनों में वृद्धि होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड में निवेश लाभदायक रहेगा।

🦂वृश्चिक
संपत्ति की खरीद-फरोख्त में सफलता मिलेगी। स्थायी संपत्ति की दलाली बड़ा लाभ दे सकती है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। सभी ओर से खुश खबरें प्राप्त होंगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

🏹धनु
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनागम होगा। प्रतिद्वंद्वी अपना रास्ता छोड़ देंगे। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी भी प्रकार के झगड़ों में न पड़ें। वाणी पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

🐊मकर
धार्मिक कार्य में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। निवेशादि करने का मन बनेगा। विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। परिवार की चिंता बनी रहेगी।

🍯कुंभ
शारीरिक कष्ट संभव है। पारिवारिक समस्या से चिंता बढ़ सकती है। नई आर्थिक नीति बन सकती है। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन से भविष्य में लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग कार्य में गति प्रदान करेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। पुराना रोग उभर सकता है।

🐟मीन
लेनदारी वसूल करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*, 









You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


                                  आज का पञ्चांग,दिन,सोमवार,दिनांक 16/06/2025,




                    *|| 🕉️ ||*
             *🌞सुप्रभातम🌞*
             *आज का पञ्चांग*

    दिनांक:- 16/06/2025, सोमवार

            
*पंचमी, कृष्ण पक्ष,*
*आषाढ*
(समाप्ति काल 

तिथि------------ पंचमी 15:31:03.   तक 
पक्ष-------------------------- कृष्ण
नक्षत्र------------ धनिष्ठा 25:12:37
योग------------- वैधृति 11:05:39
करण------------- तैतुल 15:31:02
करण--------------- गर 27:11:46
वार------------------------ सोमवार
माह------------------------ आषाढ
चन्द्र राशि------- मकर 13:08:52
चन्द्र राशि------------------    कुम्भ
सूर्य राशि------------------    मिथुन
रितु---------------------------ग्रीष्म
आयन-------------------- उत्तरायण
संवत्सर------------------- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी
विक्रम संवत-----------------2082 
गुजराती संवत-------------- 2081 
शक संवत------------------ 1947 
कलि संवत------------------ 5126
सूर्योदय---------------- 05:24:56
सूर्यास्त------------------19:15:05
दिन काल-------------- 13:50:08
रात्री काल-------------- 10:09:59
चंद्रास्त----------------- 09:47:16
चंद्रोदय----------------- 23:17:05
लग्न----   मिथुन 0°54' , 60°54'
सूर्य नक्षत्र------------------ मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र------------------ धनिष्ठा
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

गा---- धनिष्ठा 07:04:38

गी---- धनिष्ठा 13:08:52

 गु---- धनिष्ठा 19:11:32

गे---- धनिष्ठा 25:12:37

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  मिथुन 00°49,     मृगशिरा   3        का 
चन्द्र= मकर 25°30 ,         धनिष्ठा  1      गा
बुध = मिथुन 19°52 '         आर्द्रा   4      छ
शु क्र= मेष 15°05,        भरणी     1       ली 
मंगल= सिंह 05°30 '        मघा    2        मी
गुरु=मिथुन  07°30      आर्द्रा ,      1       कु
शनि=मीन 07°48 '     उ o भा o  , 2      थ
राहू=(व) कुम्भ 28°35 पू o भा o,     3    दा 
केतु= (व) सिंह 28°35  उ oफा o 1         टे
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 07:09 - 08:52 अशुभ
यम घंटा 10:36 - 12:20 अशुभ
गुली काल 14:04 - 15:48 अशुभ 
अभिजित 11:52 - 12:48 शुभ
दूर मुहूर्त 12:48 - 13:43 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:34 - 16:29 अशुभ
प्रदोष 19:15 - 21:18        शुभ

🚩पंचक ¹ 13:09 - अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 05:25 - 07:09 शुभ
काल 07:09 - 08:52 अशुभ
शुभ 08:52 - 10:36 शुभ
रोग 10:36 - 12:20 अशुभ
उद्वेग 12:20 - 14:04 अशुभ
चर 14:04 - 15:48 शुभ
लाभ 15:48 - 17:31 शुभ
अमृत 17:31 - 19:15 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 19:15 - 20:31 शुभ
रोग 20:31 - 21:48 अशुभ
काल 21:48 - 23:04 अशुभ
लाभ 23:04 - 24:20* शुभ
उद्वेग 24:20* - 25:36* अशुभ
शुभ 25:36* - 26:53* शुभ
अमृत 26:53* - 28:09* शुभ
चर 28:09* - 29:25* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 05:25 - 06:34
शनि 06:34 - 07:43
बृहस्पति 07:43 - 08:52
मंगल 08:52 - 10:02
सूर्य 10:02 - 11:11
शुक्र 11:11 - 12:20
बुध 12:20 - 13:29
चन्द्र 13:29 - 14:38
शनि 14:38 - 15:48
बृहस्पति 15:48 - 16:57
मंगल 16:57 - 18:06
सूर्य 18:06 - 19:15

🚩होरा, रात
शुक्र 19:15 - 20:06
बुध 20:06 - 20:57
चन्द्र 20:57 - 21:48
शनि 21:48 - 22:38
बृहस्पति 22:38 - 23:29
मंगल 23:29 - 24:20
सूर्य 24:20* - 25:11
शुक्र 25:11* - 26:02
बुध 26:02* - 26:53
चन्द्र 26:53* - 27:43
शनि 27:43* - 28:34
बृहस्पति 28:34* - 29:25

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 

मिथुन  > 05:26 से 07:38     तक
कर्क    > 07:38  से 10:00     तक
सिंह    > 10:00  से  12:16    तक
कन्या  > 12:16  से   14:32   तक
तुला   >  14:32  से  16:44    तक
वृश्चिक > 16:44 से  19:08    तक
धनु     > 19:08  से  21:18    तक
मकर   > 21:18 से  23:02     तक
कुम्भ   > 23:02  से  00:20    तक
मीन    > 00:20  से  01:42     तक
मेष     > 01:42  से  03:34     तक     
वृषभ   > 03:40 से  05:26     तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  15 + 5 + 2 +  1 = 23 ÷ 4 = 3 शेष
 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

 गुरू ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

  20 + 20 + 5 = 45 ÷ 7 =  3 शेष

वृषभा रूढ़ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

  *पंचक प्रारंभ 13:06 से* 

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

स्त्रीणां द्विगुण आहारो लज्जा चापि चतुर्गणा ।
साहसं षड्गुणं चैव कामश्चाष्टगुणः स्मृत ।।
।। चाo नीo।।

महिलाओं में पुरुषों कि अपेक्षा: 
भूख दो गुना,
लज्जा चार गुना,
साहस छः गुना, 
और काम आठ गुना होती है।

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18

धृत्या यया धारयते मनःप्राणेन्द्रियक्रियाः।
 योगेनाव्यभिचारिण्या धृतिः सा पार्थ सात्त्विकी॥

हे पार्थ! जिस अव्यभिचारिणी धारण शक्ति (भगवद्विषय के सिवाय अन्य सांसारिक विषयों को धारण करना ही व्यभिचार दोष है, उस दोष से जो रहित है वह 'अव्यभिचारिणी धारणा' है।) से मनुष्य ध्यान योग के द्वारा मन, प्राण और इंद्रियों की क्रियाओं ( मन, प्राण और इंद्रियों को भगवत्प्राप्ति के लिए भजन, ध्यान और निष्काम कर्मों में लगाने का नाम 'उनकी क्रियाओं को धारण करना' है।) को धारण करता है, वह धृति सात्त्विकी है
 ॥33॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। किसी वरिष्ठ प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कष्ट व भय सताएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा।

🐂वृष
राजभय रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। यात्रा में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। भागदौड़ अधिक रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश सोच-समझकर करें।

👫मिथुन
कुबुद्धि हावी रहेगी। चोट व रोग से बचें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। किसी बड़ी समस्या से मुक्ति मिल सकती है। किसी न्यायपूर्ण बात का भी विरोध हो सकता है। विवाद न करें।

🦀कर्क
चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। यश बढ़ेगा। दूर से शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। घर में मेहमानों का आगमन होगा। कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।

🐅सिंह
प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रशंसा होगी। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। चोट व रोग से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा।

🙍‍♀️कन्या
शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति पर व्यय होगा। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ रहेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा।

⚖️तुला
शरीर में कमर व घुटने आदि के दर्द से परेशानी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। शत्रुभय रहेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। परिवार में मांगलिक कार्य हो सकता है।

🦂वृश्चिक
कुसगंति से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। किसी दूसरे व्यक्ति की बातों में न आएं। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यापार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में मातहतों से कहासुनी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें।

🏹धनु
धार्मिक अनुष्ठान पूजा-पाठ इत्यादि का कार्यक्रम आयोजित हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। मानसिक शांति रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। समय अनुकूल है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। शारीरिक कष्ट संभव है।

🐊मकर
सुख के साधन प्राप्त होंगे। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक काम करने की इच्छा रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🍯कुंभ
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें।

🐟मीन
पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस लग सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*














You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


 

गोविंद नगर स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ हुआ सम्पन्न
आज गोविंद नगर 10 ब्लॉक स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ किया गया l आयोजन मंदिर के पुजारी पंडित अमरदीप पांडेय व‌ भाजपा किसान मोर्चा के मंडल महामंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय द्वारा किया गया। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी एवं क्षेत्रीय जनता वार्ड 48 के लोग उपस्थित रहे । पाठ का प्रारंभ पुजारी पंडित अमरदीप पांडेय व उपस्थित कार्यकर्ताओं द्वारा‌‌ ने शिवलिंग पुष्प जल चढ़ा कर व आरती करके किया तथा पाठ समाप्ति पर सभी भक्तजनों को प्रसाद वितरण किया गया । इस मौके पर आयोजन में योगदान करते हुए उपस्थित भाजपा किसान मोर्चा के मंडल महामंत्री डॉक्टर समरदीप पांडेय भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल त्रिपाठी, किसान मोर्चा वार्ड अध्यक्ष विनय मालवी, बूथ उपाध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी, समाजसेवी सत्यदीप पांडेय, रिंकू तिवारी, वीरू मल, शिव बहादुर सिंह, पंडित सतीश अवस्थी, मंदिर परिसर में क्षेत्रीय जनता बच्चे महिलाएं बुजुर्ग आदि लोग उपस्थित रहे

                                            


आज का पांचांग दिन शनिवार दिनांक 14/06/2025



                  🌞सुप्रभातम🌞 

      ⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

       दिनांक:- 14/06/2025, शनिवार


कलियुगाब्द.........................5127

विक्रम संवत्........................2082

शक संवत्...........................1947

मास...................................आषाढ़

पक्ष.....................................कृष्ण

तिथी..................................तृतीया

दोप 03.44 पर्यंत पश्चात चतुर्थी

रवि................................उत्तरायण

सूर्योदय ..............प्रातः 05.41.55 पर

सूर्यास्त...........संध्या 07.12.00 पर

सूर्य राशि..............................वृषभ

चन्द्र राशि...............................धनु

गुरु राशी............................मिथुन

नक्षत्र...........................उत्तराषाढ़ा

रात्रि 12.12 पर्यंत पश्चात श्रवण

योग.....................................ब्रह्मा

दोप 01.01 पर्यंत पश्चात इन्द्र

करण...................................विष्टि

दोप 03.44 पर्यंत पश्चात बव

ऋतु..........................(शुचि) ग्रीष्म

दिन..................................शनिवार


🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*

14 जून सन 2025 ईस्वी ।


☸ शुभ अंक.........................5

🔯 शुभ रंग.........................नीला


⚜️  *अभिजीत मुहूर्त :-*

दोप 11.39 से 12.33 तक ।


👁‍🗨 *राहुकाल :-*

प्रात: 08.41 से 10.24 तक ।


🌞 *उदय लग्न मुहूर्त -*

*वृषभ*

03:49:59 05:48:58

*मिथुन*

05:48:58 08:02:21

*कर्क*

08:02:21 10:18:31

*सिंह*

10:18:31 12:30:20

*कन्या*

12:30:20 14:40:59

*तुला*

14:40:59 16:55:37

*वृश्चिक*

16:55:37 19:11:47

*धनु*

19:11:47 21:17:23

*मकर*

21:17:23 23:04:29

*कुम्भ*

23:04:29 24:38:02

*मीन*

24:38:02 26:09:14

*मेष*

26:09:14 27:49:59


🚦 *दिशाशूल :-*

पूर्व दिशा - यदि आवश्यक हो तो अदरक या उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें । 


✡ *चौघडिया :-*

प्रात: 06.58 से 08.40 तक शुभ

दोप. 12.05 से 01.48 तक चर

दोप. 01.48 से 03.30 तक लाभ

दोप. 03.30 से 05.13 तक अमृत

संध्या 06.56 से 08.13 तक लाभ

रात्रि 09.30 से 10.48 तक शुभ ।


💮 *आज का मंत्र :-*

।। ॐ महावीराय नम: ।।


📢 *संस्कृत सुभाषितानि -*

*श्रीमद्भगवतगीता (द्वादशोऽध्यायः - भक्तियोग:) -*

ये त्वक्षरमनिर्देश्यम- व्यक्तं पर्युपासते ।

सर्वत्रगमचिन्त्यं च कूटस्थमचलं ध्रुवम् ॥१२- ३॥

संनियम्येन्द्रियग्रामं सर्वत्र समबुद्धयः ।

ते प्राप्नुवन्ति मामेव सर्वभूतहिते रताः ॥१२- ४॥ 

अर्थात :

परन्तु जो पुरुष इन्द्रियों के समुदाय को भली प्रकार वश में करके मन-बुद्धि से परे, सर्वव्यापी, अकथनीय स्वरूप और सदा एकरस रहने वाले, नित्य, अचल, निराकार, अविनाशी, सच्चिदानन्दघन ब्रह्म को निरन्तर एकीभाव से ध्यान करते हुए भजते हैं, वे सम्पूर्ण भूतों के हित में रत और सबमें समान भाववाले योगी मुझको ही प्राप्त होते हैं॥3-4॥

 

🍃 *आरोग्यं सलाह :-*

*जीरा के फायदे :-*


7. मेथी, अजवाइन, जीरा और सौंफ 50-50 ग्राम और स्वादानुसार काला नमक मिलाकर पीस लें। एक चम्मच रोज सुबह सेवन करें। इससे शुगर, जोड़ों के दर्द और पेट के विकारों से आराम मिलेगा।


8. आंवले को भूनकर गुठली निकालकर पीसकर धीमे भूनें। फिर उसमें स्वादानुसार जीरा, अजवाइन,  सेंधा नमक और थोड़ी सी भुनी हुई हींग मिलाकर गोलियाँ बना लें। इन्हें खाने से भूख बढ़ती है। इससे डकार, चक्कर और दस्त में लाभ होता है। पानी में जीरा डालकर उबालें और छानकर ठंडा करें। इस पानी से मुंह धोने से आपका चेहरा साफ और चमकदार होता है।


⚜ *आज का राशिफल :-* 


🐏 *राशि फलादेश मेष :-*

*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*

कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। धार्मिक अनुष्ठान पूजा-पाठ इत्यादि का कार्यक्रम आयोजित हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। मानसिक शांति रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। समय अनुकूल है।


🐂 *राशि फलादेश वृष :-*

*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*

बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक कष्ट संभव है।


👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*

*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*

कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक काम करने की इच्छा रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। सुख के साधन प्राप्त होंगे। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।


🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*

*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*

व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। शारीरिक कष्ट संभव है। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस लग सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय बनी रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है।


🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*

*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*

किसी दूसरे व्यक्ति की बातों में न आएं। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यापार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में मातहतों से कहासुनी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। कुसगंति से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है।


👩‍🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*

*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*

धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। परिवार में मांगलिक कार्य हो सकता है। शरीर में कमर व घुटने आदि के दर्द से परेशानी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। शत्रुभय रहेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे।


⚖ *राशि फलादेश तुला :-*

धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ रहेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा। शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति पर व्यय होगा।


🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*

*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*

किसी वरिष्ठ प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कष्ट व भय सताएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा।


🏹 *राशि फलादेश धनु :-*

*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। भागदौड़ अधिक रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश सोच-समझकर करें। राजभय रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। यात्रा में जल्दबाजी न करें।


🐊 *राशि फलादेश मकर :-*

*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*

प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रशंसा होगी। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। चोट व रोग से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा।


🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*

*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*

दूर से शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। घर में मेहमानों का आगमन होगा। कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। यश बढ़ेगा।


🐟 *राशि फलादेश मीन :-*

*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*

व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। किसी बड़ी समस्या से मुक्ति मिल सकती है। किसी न्यायपूर्ण बात का भी विरोध हो सकता है। विवाद न करें। कुबुद्धि हावी रहेगी। चोट व रोग से बचें।


☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*


।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।


🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय*  🚩🚩










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1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtube.com/shorts/xqc6820XshI?si=3BPhBlfPj8-AJ3Bo

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


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🚩🚩भारत माता की जय🚩🚩

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