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*🌞सुप्रभातम🌞*
*आज का पञ्चांग*
*दिनांक:- 07/10/2025, मंगलवार*
कलियुगाब्द........................5127
विक्रम संवत्.......................2082
शक संवत्...........................1947
रवि.............................दक्षिणायन
मास...................................अश्विन
पक्ष....................................शुक्ल
तिथी................................पूर्णिमा
प्रातः 09.16 पर्यंत पश्चात प्रतिपदा
सूर्योदय.......प्रातः 06.20.00 पर
सूर्यास्त........संध्या 06.08.55 पर
सूर्य राशि...........................कन्या
चन्द्र राशि.............................मीन
गुरु राशि...........................मिथुन
नक्षत्र.................................रेवती
प्रातः 05.15 पर्यंत पश्चात अश्विनी
योग......................................ध्रुव
प्रातः 09.26 पर्यंत पश्चात हर्षण
करण....................................बव
प्रातः 09.16 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु...........................(इष) शरद
दिन...............................मंगलवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
07 अक्तूबर सन 2025 ईस्वी ।
⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.30 से 12.17 तक ।
👁🗨 *राहुकाल :-*
दोप 02.48 से 04.15 तक ।
🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*कन्या*
04:56:57 07:07:35
*तुला*
07:07:35 09:22:15
*वृश्चिक*
09:22:15 11:38:24
*धनु*
11:38:24 13:44:00
*मकर*
13:44:00 15:31:06
*कुम्भ*
15:31:06 17:04:39
*मीन*
17:04:39 18:35:51
*मेष*
18:35:51 20:16:36
*वृषभ*
20:16:36 22:15:16
*मिथुन*
22:15:16 24:28:59
*कर्क*
24:28:59 26:45:08
*सिंह*
26:45:08 28:56:57
🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा - यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
☸ शुभ अंक....................7
🔯 शुभ रंग....................लाल
✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 08.58 से 10.25 तक चंचल
प्रात: 10.25 से 11.53 तक लाभ
दोप. 11.53 से 01.20 तक अमृत
दोप. 02.47 से 04.14 तक शुभ
रात्रि 07.14 से 08.47 तक लाभ ।
📿 *आज का मंत्र* :-
॥ ॐ आंजनेय नमः॥
📢 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (त्रयोदशोऽध्यायः - क्षेत्रक्षेत्रज्ञविभागयोगो:) -*
समं पश्यन्हि सर्वत्र समवस्थितमीश्वरम् ।
न हिनस्त्यात्मनात्मानं ततो याति परां गतिम् ॥१३- २८॥
अर्थात :
क्योंकि जो पुरुष सबमें समभाव से स्थित परमेश्वर को समान देखता हुआ अपने द्वारा अपने को नष्ट नहीं करता, इससे वह परम गति को प्राप्त होता है॥28॥
🍃 *आरोग्यं :*-
*जीभ के छाले का घरेलू उपचार :-*
*2. जीभ के छाले के लिए नमक -*
नमक को पानी में मिलाकर कुल्ला करें, ताकि मुंह साफ रहे और ठंडी चीजों का अधिक से अधिक सेवन करें। नमक जीभ के छाले के इलाज के लिए अच्छा विकल्प है क्योंकि इससे सूजन और दर्द कम हो जाएगा। नमक भी बैक्टीरिया को मार सकता है और संक्रमण को रोक सकता है। दरअसल नमक, सोडियम क्लोराइड के रूप में भी जाना जाता है, जो जीभ पर छाले के कारण सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके लिए आप एक कप गर्म पानी में एक छोटा चम्मच नमक मिलाइए। फिर इस पानी से दिन में कई बार कुल्ला कीजिए।
⚜ *आज का राशिफल :-*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
नई योजना बनेगी। नए अनुबंध होंगे। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। परिवार की समस्याओं की चिंता रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ अधिकाधिक लेना चाहिए। नवीन उपलब्धियों की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। बेरोजगारी दूर होगी। धन की आवक बनी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य न करें। लक्ष्य को ध्यान में रखकर प्रयत्न करें, सफलता मिलेगी। शुभ कार्यों में संलग्न होने से सुयश एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। व्यापारिक निर्णय लेने में देर नहीं करें।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। आपके व्यवहार एवं कार्यकुशलता से अधिकारी वर्ग से सहयोग मिलेगा। संतान के कार्यों पर नजर रखें। पूँजी निवेश बढ़ेगा। प्रचार-प्रसार से दूर रहें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
क्रोध पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। दु:खद समाचार मिल सकता है। चिंता बनी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय में सावधानी रखें। वास्तविकता को महत्व दें। प्रयासों में सफलता के योग कम हैं। परिवार में कलह-कलेश का माहौल रह सकता है।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
नए अनुबंधों का लाभ मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। पूछ-परख रहेगी। रुके कार्य बनेंगे। जोखिम न लें। वाणी पर नियंत्रण रखना होगा। व्यवहार कुशलता एवं सहनशीलता के बल पर आने वाली बाधाओं का समाधान हो सकेगा। खानपान पर नियंत्रण रखें।
💁♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
मेहमानों का आवागमन होगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। मान बढ़ेगा। जल्दबाजी न करें। जोखिम के कार्यों से दूर रहें। पराक्रम में वृद्धि होगी। परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा। अभिष्ट कार्य की सिद्धि के योग हैं। उलझनों से मुक्ति मिलेगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल लाभ देंगे। भेंट आदि की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में उन्नति के योग हैं। संतान की ओर से सुखद स्थिति बनेगी। प्रयास की मात्रा के अनुसार लाभ की अधिकता रहेगी। अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
वाणी पर नियंत्रण रखें। अप्रत्याशित बड़े खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है, जोखिम न लें। अजनबी व्यक्ति पर विश्वास न करें। उदर विकार के योग के कारण खान-पान पर संयम रखें। विवादों से दूर रहना चाहिए। आर्थिक प्रगति में रुकावट आ सकती है।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। धनार्जन होगा। प्रमाद न करें। संतान के कार्यों से समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नेतृत्व गुण की प्रधानता के कारण प्रशासन व नेतृत्व संबंधी कार्य सफल होंगे। शत्रुओं से सावधान रहें।
🏹 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। शत्रु शांत रहेंगे। धनार्जन होगा। आज विशेष लाभ होने की संभावना है। बुद्धि एवं मनोबल से सुख-संपन्नता बढ़ेगी। व्यापार में कार्य का विस्तार होगा। सगे-संबंधी मिलेंगे।
*राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। धनार्जन होगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। प्रमाद न करें। व्यापार-व्यवसाय में इच्छित लाभ की संभावना है। भाइयों की मदद मिलेगी। संपत्ति के लेनदेन में सावधानी रखें।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। दूसरों की जमानत न लें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। पारिवारिक जीवन में तनाव हो सकता है। व्यापार में नई योजनाओं से लाभ के योग हैं। स्थायी संपत्ति क्रय करने के योग बनेंगे। प्रतिष्ठित व्यक्तियों से भेंट होगी।
☯ *आज मंगलवार है अपने नजदीक के मंदिर में संध्या 7 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में अवश्य सम्मिलित होवें |*
।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।
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