तेजी से फैल रहा COVID-19 का नया वेरिएंट, जून में हालात बेकाबू होने के आसार, लॉकडाउन पर बड़ा अपडेट, सर्वाधिक केस सिंगापुर में
सिंगापुर में कोरोना वायरस का FLiRT वेरिएंट तेजी से बढ़ रहा है. देश के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि यह जून महीने में अपने चरम पर पहुंच सकता है.
सिंगापुर में एक बार फिर कोरोना के मामले तेज हो गए हैं. अनुमान जताया जा रहा है कि जून के मध्य और अंत के बीच सिंगापुर में कोरोना के केस चरम पर पहुंच सकते हैं. देश के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा, 'अभी हम कोविड लहर के शुरुआती दौर में हैं, लेकिन यह लगातार तेजी से बढ़ रहा है.' स्ट्रेट्स टाइम्स अखबार ने स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से जानकारी साझा की है. अखबार ने बताया कि सिंगापुर में कोरोना का प्रमुख वेरिएंट FLiRT तेजी से बढ़ रहा है.
सिंगापुर में कोविड मामलों में वृद्धि की वजह इसका नया वेरिएंट FLiRT माना जा रहा है. क्षेत्रीय न्यूज रिपोर्टों के मुताबिक, मौजूदा समय में सिंगापुर में दो-तिहाई से अधिक मामले KP.1 और KP.2 वेरिएंट के हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 3 मई तक KP.2 वेरिएंट पर नजर रखने के लिए कहा था. WHO ने बताया कि कोरोना का केपी 2 और केपी 1 वेरिएंट FLiRT की तुलना में कम संक्रामक है, यह कम तेजी से प्रसारित होता है.
अस्पताल में कितने मरीज हो रहे भर्ती
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 5 से 11 मई के बीच सिंगापुर में कोविड -19 मामलों की संख्या 25,900 थी, जबकि इसके पहले वाले सप्ताह में 13,700 मामले मामले थे. अनुमान के मुताबिक एक सप्ताह पहले 181 कोविड-19 से संक्रमित मरीज प्रतिदिन अस्पताल में भर्ती हो रहे थे, जिसकी संख्या बढ़कर 250 हो गई है.
देश में नहीं लगेगा लॉकडाउन
स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा कि फिलहाल सरकार अभी तक किसी भी तरह का लॉकडाउन लगाने के मूड में नहीं है. क्योंकि सिंगापुर में कोविड -19 को स्थानीय बीमारी के रूप में माना जाता है. यदि कोविड के मामले ज्यादा बढ़ते हैं तो अतिरिक्त उपाय किए जाएंगे. मंत्री ने बताया कि सिंगापुर में लोगों का आवागमन अधिक है, ऐसे में यहां कोविड -19 का संक्रमण अन्य देशों की तुलना में तेजी से फैलता है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 देश के लिए ऐसी बीमारी बन चुका है, जिसके साथ हमें जीना होगा. हर साल सिंगापुर में कोरोना की एक या दो लहर आ सकती है.
भारत में भी दिखे FLiRT वेरिएंट के केस
अगर भारत की बात करें तो मौजूदा समय में भारत में FLiRT के 91 मामलों की पहचान की गई है. फिलहाल, भारत में इस वेरिएंट की कोई अलग गंभीरता या लक्षण नजर नहीं आ रहा है. FLiRT के मामले महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में पाए गए हैं.
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