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                                                    आज का पञ्चांग,दिन,मंगलवार,दिनांक 04/11/2025,




               *|| 🕉️ ||*
         *🌞सुप्रभातम🌞*
         *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 04/11/2025, मंगलवार


*जय श्री राम*

*चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष,*
*कार्तिक*
(समाप्ति काल)

तिथि----------- चतुर्दशी 22:35:42      तक 
पक्ष-------------------------- शुक्ल
नक्षत्र------------- रेवती 12:33:41
योग--------------- वज्र 15:41:51
करण--------------- गर 12:23:24
करण----------- वणिज 22:35:42
वार----------------------- मंगलवार
माह----------------------- कार्तिक
चन्द्र राशि-------    मीन 12:33:41
चन्द्र--------------------‐----- राशि    
सूर्य राशि--------------------    तुला
रितु--------------------------- हेमंत
आयन------------------ दक्षिणायण
संवत्सर--------------------विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)-------------- सिद्धार्थी
विक्रम संवत-------‐-------- 2082 
गुजराती संवत-------------- 2082 
शक संवत------------------ 1947 
कलि संवत------------------ 5126
सूर्योदय-----‐---------- 06:33:07
सूर्यास्त----------------- 17:32:01
दिन काल-------------- 10:58:53
रात्री काल-------------- 13:01:49
चंद्रोदय----------------- 16:29:11
चंद्रास्त----------------- 30:04:16
लग्न----   तुला 17°39' , 197°39'
सूर्य नक्षत्र------------------- स्वाति
चन्द्र नक्षत्र-------------------- रेवती
नक्षत्र पाया-------------------- स्वर्ग 

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

च---- रेवती 07:14:04

ची---- रेवती 12:33:41

चु---- अश्विनी 17:51:52

चे---- अश्विनी 23:08:46

चो---- अश्विनी 28:24:33

*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
============================
सूर्य=  तुला 17°49 ,          स्वाति 4       ता
चन्द्र= मीन  26°30 ,      रेवती.  3      च
बुध = वृश्चिक  10°52 ' अनुराधा   3      नू
शु क्र= तुला 02°05,       चित्रा   , 3      रा
मंगल= वृश्चिक 05°30 '  अनुराधा   1      ना 
गुरु= कर्क  00°30       पुनर्वसु,     4      ही 
शनि=मीन 01°58 '    पूo भा o  , 4       दी 
राहू=(व) कुम्भ 21°06 पू o भा o,     1   से 
केतु= (व) सिंह 21°06 पूoफा o   3       टी 
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 14:47 - 16:10 अशुभ
यम घंटा 09:18 - 10:40 अशुभ
गुली काल 12:03 - 13:25 अशुभ 
अभिजित 11:41 - 12:25 शुभ
दूर मुहूर्त 08:45 - 09:29 अशुभ
दूर मुहूर्त 22:44 - 23:28 अशुभ
वर्ज्यम 30:10* - 31:34* अशुभ
प्रदोष 17:32 - 20:11        शुभ

💮चोघडिया, दिन

रोग 06:33 - 07:55 अशुभ
उद्वेग 07:55 - 09:18 अशुभ
चर 09:18 10:40 शुभ
लाभ 10:40 12:03 शुभ
अमृत 12:03 13:25 शुभ
काल 13:25 14:47 अशुभ
शुभ 14:47 - 16:10 शुभ
रोग 16:10 - 17:32 अशुभ

🚩चोघडिया, रात

काल 17:32 19:10 अशुभ
लाभ 19:10 - 20:47 शुभ
उद्वेग 20:47 - 22:25 अशुभ
शुभ 22:25 - 24:03* शुभ
अमृत 24:03* - 25:41* शुभ
चर 25:41*- 27:18* शुभ
रोग 27:18* - 28:56* अशुभ
काल 28:56*30:34* अशुभ

💮होरा, दिन

मंगल 06:33 -07:28
सूर्य 07:28- 08:23
शुक्र 08:23- 09:18
बुध 09:18- 10:13
चन्द्र 10:13- 11:08
शनि 11:08- 12:03
बृहस्पति 12:03 -12:57
मंगल 12:57- 13:52
सूर्य 13:52 -14:47
शुक्र 14:47 -15:42
बुध 15:42- 16:37
चन्द्र 16:37 -17:32

🚩होरा, रात

शनि 17:32- 18:37
बृहस्पति 18:37- 19:42
मंगल 19:42 -20:47
सूर्य 20:47 -21:53
शुक्र 21:53- 22:58
बुध 22:58 -24:03
चन्द्र 24:03-25:08
शनि 25:08-26:13
बृहस्पति 26:13-27:18
मंगल 27:18-28:24
सूर्य 28:24-29:29
शुक्र 29:29-30:34

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 

तुला   >  05:18  से  07:34    तक
वृश्चिक > 07:34 से  09:50     तक
धनु     > 09:50  से  11:58     तक
मकर   > 11:58 से  13:30     तक
कुम्भ   > 13:30  से  15:04     तक
मीन    > 15:04  से  16:40     तक
मेष     > 16:40  से  18:10     तक     
वृषभ   > 18:10 से  20:04     तक
मिथुन  > 20:04 से 22:32      तक
कर्क    > 22:32  से 00:44    तक
सिंह    > 00:44 से  02:50      तक
कन्या  > 02:50  से   05:20    तक
=======================

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान------------- उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

  14 + 3 + 1 = 18  ÷ 4 = 2 शेष
 आकाश पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

चंद्र ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

  14 + 14 + 5 = 33 ÷ 7 =  5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि 22:36 प्रारम्भ 

स्वर्ग लोक  =  शुभ कारक 

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

  *सर्वार्थ,अमृत सिद्धि योग 12:34 से*

*वैकुण्ठ चतुर्दशी*

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

गन्धः सुवर्णे फलभिक्षुदंडे-
नाऽकारि पुष्पं खलु चन्दनस्य ।
विद्वान् धनी भूपतिदीर्घजीवी
धातुः पुरा कोऽपि न बुध्दिदोऽभूत् ।।
।।चाo नीo।।

  शायद किसीने ब्रह्माजी, जो इस सृष्टि के निर्माता है, को यह सलाह नहीं दी की वह ...
सुवर्ण को सुगंध प्रदान करे.
गन्ने के झाड को फल प्रदान करे.
चन्दन के वृक्ष को फूल प्रदान करे.
विद्वान् को धन प्रदान करे.
राजा को लम्बी आयु प्रदान करे.

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग - अo-2

दुःखेष्वनुद्विग्नमनाः सुखेषु विगतस्पृहः।
 वीतरागभयक्रोधः स्थितधीर्मुनिरुच्यते॥

दुःखों की प्राप्ति होने पर जिसके मन में उद्वेग नहीं होता, सुखों की प्राप्ति में सर्वथा निःस्पृह है तथा जिसके राग, भय और क्रोध नष्ट हो गए हैं, ऐसा मुनि स्थिरबुद्धि कहा जाता है
 ॥56॥

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। यात्रा के योग बनेंगे। लाभ होगा। राज्य से परेशानी हो सकती है। स्त्री को कष्ट। जायदाद वृद्धि के योग बनेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे।

🐂वृष
चिंता तथा तनाव रहेंगे। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। चोट व रोग से बचें। विवाद न करें। आवश्यकताएं बढ़ेंगी। आर्थिक तंगी हो सकती है। कर्ज से बचें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। शत्रु परेशान करेंगे। हानि नहीं पहुंचा पाएंगे।

👫मिथुन
व्यवसाय ठीक चलेगा। जल्दबाजी न करें। कष्ट होंगे। खर्च बढ़ेंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। धनागम के अवसर बनेंगे। 'आ बैल मुझे मार' की स्‍थिति निर्मित न होने दें। अकारण भय बना रहेगा। व्यापारी सोच-समझकर निर्णय लें। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है।

🦀कर्क
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। बकाया वसूली होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। विवाद न करें। नेत्र पीड़ा की संभावना। कुछ लाभ। यात्रा के योग टलेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे। ज्ञानीजनों से मुलाकात होगी। शांति बनाना आवश्यक है। अकारण भय व्याप्त होगा।

🐅सिंह
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बढ़ेगी। हानि-लाभ का वातावरण बनेगा। पराक्रम बढ़ेगा। विजय मिलेगी, गर्व न करें। ईमानदारी से कार्य करते रहें। समय पक्ष का है। स्त्री सुख, यात्रा में हानि, दुख। विरोधी कष्ट देंगे।

🙎‍♀️कन्या
कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। हानि, भय, कष्ट का वातावरण बनेगा। कुछ लाभ के आसार दिखेंगे। दुखद समाचार मिलने की संभावना है। अस्वस्थता होगी। कुसंग से हानि, कुछ लाभ के आसार दिखेंगे।

⚖️तुला
दौड़-धूप अधिक होगी। बुरी सूचना मिल सकती है। विवाद न करें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगे। अकारण भय व्याप्त होगा। शत्रु शांत होंगे। वाहन देखकर चलाएं। परिस्‍थितियां अनुकूल होंगी। कुछ विरोध होगा। विरोधी अपमान करेंगे। शांति होगी।

🦂वृश्चिक
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। थकान महसूस होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। कष्टों में वृद्धि के योग हैं। कुछ नए कार्य की संभावना सिद्ध होगी। कष्टों में निवृत्ति नहीं होगी। कलह से बचना होगा। अधिकार के लिए प्रयत्न करना होगा।

🏹धनु
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ होगा। रोग घेरेंगे। चिंताएं बढ़ेंगी। शत्रु शांत होंगे। अपमान, कष्ट, कलह से बचना होगा। राज्य से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। लाभ होगा। शत्रु परेशान करेंगे। कुछ नुकसान होगा।

🐊मकर
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। शुभ समाचार की आशा बंधेगी। शत्रु षड्यंत्र रचेंगे। सावधान रहने की आवश्यकता है। पराक्रम दिखलाने का अवसर है। लाभ होगा। रिश्वत न लें। नम्रता बनाए रखें।

🍯कुंभ
धनलाभ के अवसर बढ़ेंगे। मेहनत‍ का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख बनी रहेगी। मातृपक्ष से परेशानी होगी। दुर्घटना की संभावना। धन मिलने की परिस्‍थिति निर्मित होगी। अंतरप्रेरणा से कार्य करें। प्रमाद का त्याग करना होगा।

🐟मीन
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत होंगे। कष्ट-भय की संभावना, अस्वस्थता, आलस्य का अनुभव करेंगे। धनागम होगा। शरीर शिथिल होगा। शत्रु शांत रहेंगे। लाभ-हानि बराबर रहेंगे। प्रमाद बढ़ेगा।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*











You Tube: 
1. Youtube:  ग्रह वाणी   
https://youtu.be/RwbixOslOhI

2. Youtube:  B I News
https://youtu.be/VwwU7GSmc8o?si=Y4y_DG_etYEolPQ0


PLEASE:-
भारत माता की जय


                         

आज का पांचांग दिन सोमवार दिनांक 03/11/2025

                                     

                  🌞सुप्रभातम🌞 

      ⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

       दिनांक:- 03/11/2025सोमवार


*जय श्री राम*

     3  नवंबर- श्रीरामचरितमानस


मम माया संभव संसारा ।

जीव चराचर बिबिधि प्रकारा ।।

सब मम प्रिय सब मम उपजाए ।

सब ते अधिक मनुज मोहि भाए ।।

( उत्तरकांड, 85/2) 

         राम राम बंधुओं, मोह से मुक्त होने के बाद राम जी से काकभुसुंडि जी उनकी भक्ति माँगते हैं । अपनी भक्ति का वरदान देने के बाद राम जी उन्हें अपना सिद्धांत बता रहें हैं । वे कहते हैं कि मेरी माया से ही यह संसार बना है , इसमें अनेकों प्रकार के चर व अचर जीव हैं । मेरे द्वारा उत्पन्न होने के कारण सभी मुझे प्रिय हैं लेकिन मनुष्य मुझे सर्वाधिक प्रिय हैं । 

          मित्रों, राम जी को मनुष्य प्रिय हैं पर हम आप अपनी प्रियता जानते हैं । राम जी की तरह हमारी भी प्रियता  जगदीश राम जी में होनी चाहिए अतएव राम जी  से प्रेम करें , राम प्रेमी बनें अस्तु राम राम जय राम राम 🚩🚩🚩.                         *|| 🕉️ ||*

                *🌞 सुप्रभातम 🌞* 

              *🙏 आज का पञ्चांग 🙏*


*दिनाँक:-03/11/2025,सोमवार*

*त्रयोदशी, शुक्ल पक्ष,*

*कार्तिक*

(समाप्ति काल)


तिथि---------- त्रयोदशी 26:05:18.     तक 

पक्ष-------------------------- शुक्ल

नक्षत्र--------- उoभाo 15:04:49

योग-------------- हर्शण 19:38:32

करण----------- कौलव 15:40:08

करण------------- तैतुल 26:05:18

वार------------------------ सोमवार

माह----------------------- कार्तिक

चन्द्र राशि-------------------    मीन

सूर्य राशि--------------------   तुला

रितु--------------------------- हेमंत

आयन------------------ दक्षिणायण

संवत्सर------------------- विश्वावसु

संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी

विक्रम संवत---------------- 2082 

गुजराती संवत-------------- 2082 

शक संवत------------------ 1947

कलि संवत------------------ 2082

सूर्योदय---------------- 06:32:25

सूर्यास्त----------------- 17:32:42

दिन काल-------------- 11:00:16

रात्री काल-------------- 13:00:25

चंद्रोदय----------------- 15:52:27

चंद्रास्त----------------- 28:54:18

लग्न---- तुला 16°39' , 196°39'

सूर्य नक्षत्र------------------- स्वाति

चन्द्र नक्षत्र----------- उत्तराभाद्रपद 

नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र


*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*


झ---- उत्तरभाद्रपदा 09:37:46


ञ---- उत्तरभाद्रपदा 15:04:49


दे---- रेवती 20:29:46


दो---- रेवती 25:52:48


*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*


        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

============================

सूर्य=  तुला 16°49 ,          स्वाति 3       रो

चन्द्र= मीन  11°30 ,    उoभाo   3      झ

बुध = वृश्चिक  09°52 ' अनुराधा   2      नी

शु क्र= तुला 00°05,       चित्रा   , 3      रा

मंगल= वृश्चिक 04°30 '  अनुराधा   1      ना 

गुरु= कर्क  00°30       पुनर्वसु,     4      ही 

शनि=मीन 01°58 '    पूo भा o  , 4       दी 

राहू=(व) कुम्भ 21°08 पू o भा o,     1   से 

केतु= (व) सिंह 21°08 पूoफा o   3       टी 

============================


*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*


राहू काल 07:55 - 09:17 अशुभ

यम घंटा 10:40 - 12:03 अशुभ

गुली काल 13:25 - 14:48 अशुभ 

अभिजित 11:41 - 12:25 शुभ

दूर मुहूर्त 12:25 - 13:09 अशुभ

दूर मुहूर्त 14:37 - 15:21 अशुभ

वर्ज्यम 25:53* - 27:19* अशुभ

प्रदोष 17:33 - 20:11       शुभ


💮चोघडिया, दिन


अमृत 06:32 - 07:55 शुभ

काल 07:55 - 09:17 अशुभ

शुभ 09:17 - 10:40 शुभ

रोग 10:40 - 12:03 अशुभ

उद्वेग 12:03 - 13:25 अशुभ

चर 13:25 14:48 शुभ

लाभ 14:48 16:10 शुभ

अमृत 16:10 17:33 शुभ


🚩चोघडिया, रात


चर 17:33 - 19:10 शुभ

रोग 19:10 - 20:48 अशुभ

काल 20:48 22:25 अशुभ

लाभ 22:25 - 24:03* शुभ

उद्वेग 24:03* - 25:40* अशुभ

शुभ 25:40* - 27:18* शुभ

अमृत 27:18* - 28:56* शुभ

चर 28:56*- 30:33* शुभ


💮होरा, दिन


चन्द्र 06:32- 07:27

शनि 07:27 -08:22

बृहस्पति 08:22 -09:17

मंगल 09:17- 10:13

सूर्य 10:13- 11:08

शुक्र 11:08- 12:03

बुध 12:03 -12:58

चन्द्र 12:58 -13:53

शनि 13:53- 14:48

बृहस्पति 14:48- 15:43

मंगल 15:43- 16:38

सूर्य 16:38 -17:33


🚩होरा, रात


शुक्र 17:33 -18:38

बुध 18:38- 19:43

चन्द्र 19:43- 20:48

शनि 20:48- 21:53

बृहस्पति 21:53- 22:58

मंगल 22:58- 24:03

सूर्य 24:03-25:08

शुक्र 25:08-26:13

बुध 26:13-27:18

चन्द्र 27:18-28:23

शनि 28:23'29:28

बृहस्पति 29:28-30:33


*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 


तुला   >  05:22  से  07:38    तक

वृश्चिक > 07:38 से  09:54     तक

धनु     > 09:54  से  12:02     तक

मकर   > 12:02 से  13:34     तक

कुम्भ   > 13:34  से  15:08     तक

मीन    > 15:08  से  16:44     तक

मेष     > 16:44  से  18:14     तक     

वृषभ   > 18:14 से  20:08     तक

मिथुन  > 20:08 से 22:36      तक

कर्क    > 22:36  से 00:48    तक

सिंह    > 00:48 से  02:54      तक

कन्या  > 02:54  से   05:24    तक

=======================


*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*


*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*


  13 + 2 +  1 = 16  ÷ 4 = 0 शेष

 पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l


*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


शनि ग्रह मुखहुति


*💮    शिव वास एवं फल -:*


  13 + 13 + 5 = 31 ÷ 7 =  3 शेष


वृषभारूढ़ = शुभ कारक


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *सोम प्रदोष व्रत (शिव पूजन)*

 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


परस्परस्य मर्माणि ये भाषन्ते नराधमाः ।

त एव विलयं यान्ति वल्मीकोदरसर्पवत् ।।

।।चाo नीo।।


   वो कमीने लोग जो दूसरो की गुप्त खामियों को उजागर करते हुए फिरते है, उसी तरह नष्ट हो जाते है जिस तरह कोई साप चीटियों के टीलों में जा कर मर जाता है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


श्रीभगवानुवाच

 प्रजहाति यदा कामान्‌ सर्वान्पार्थ मनोगतान्‌।

 आत्मयेवात्मना तुष्टः स्थितप्रज्ञस्तदोच्यते॥


श्री भगवान्‌ बोले- हे अर्जुन! जिस काल में यह पुरुष मन में स्थित सम्पूर्ण कामनाओं को भलीभाँति त्याग देता है और आत्मा से आत्मा में ही संतुष्ट रहता है, उस काल में वह स्थितप्रज्ञ कहा जाता है

 ॥55॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

आय में वृद्धि होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। विरोध की संभावना, धनहानि, गृहस्‍थी में कलह, रोग से घिरने की संभावना, कुछ कार्यसिद्धि की संभावना। चिंताएं जन्म लेंगी। स्त्री पीड़ा, कुछ लाभ की आशा करें।


🐂वृष

स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। भागदौड़ रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। धनागम सुस्त रहेगा। कार्य के प्रति अनमनापन रहेगा। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। कुछ लाभ की संभावना। चिंताएं कुछ कम होंगी।


👫मिथुन

लेनदारी वसूल होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। शत्रु भय रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में ग्राहकी अच्छी रहेगी। नौकरी में कार्य व्यवहार, ईमानदारी की प्रशंसा होगी। मशक्कत करने से लाभ होगा। चिंता होगी। शत्रु पराजित होंगे।


🦀कर्क

पार्टनर से मतभेद समाप्त होगा। नौकरी में अधिकारी का सहयोग तथा विश्वास मिलेगा। पारिवारिक व्यस्तता रहेगी। आकस्मिक व्यय से तनाव रहेगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। विवेक से कार्य करें। स्थानीय धर्मस्थल की परिवार के साथ यात्रा होगी।


🐅सिंह

लेन-देन में सावधानी रखें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शत्रु पर विजय, हर्ष के समाचार मिलने की संभावना। कुसंग से हानि। धनागम सुखद रहेगा। प्रेमिका मिलेगी। कुछ आय होगी। माता को कष्ट रहेगा।


🙎‍♀️कन्या

कारोबारी नए अनुबंध होंगे। नई योजना बनेगी। मान-सम्मान मिलेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्त्री कष्ट संभव। कलह से बचें। कार्य में सफलता, शत्रु पराजित होंगे। विवेक से कार्य बनेंगे। पेट रोग से पीड़ित होने की संभावना। वस्त्राभूषण की प्राप्ति के योग।


⚖️तुला

भय, पीड़ा व भ्रम की स्थिति बन सकती है। व्यर्थ भागदौड़ होगी। भय-पीड़ा, मानसिक कष्ट की संभावना। लाभ तथा पराक्रम ठीक रहेगा। दु:समाचार प्राप्त होंगे। हानि तथा भय की संभावना, पराक्रम से सफलता, कलहकारी वातावरण बनेगा। भयकारक दिन रहेगा।


🦂वृश्चिक

यात्रा सफल रहेगी। विवाद न करें। लेन-देन में सावधानी रखें। कानूनी बाधा दूर होगी। देव दर्शन होंगे। राज्य से लाभ होने की संभावना। मातृपक्ष की चिंता। वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधानी से करें। धनागम की संभावना। मित्र मिलेंगे। विवाद न करें।


🏹धनु

बेचैनी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। नेत्र पीड़ा की संभावना। धनलाभ एवं बुद्धि लाभ होगा। शत्रु से परेशान होंगे। अपमान होने की संभावना। कष्ट की संभावना। धनहानि। कष्ट-पीड़ा। शारीरिक पीड़ा होगी।


🐊मकर

प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। झंझटों में न पड़ें। आगे बढ़ने के मार्ग मिलने की संभावना। शत्रु पराजित होंगे। लाभ होगा। स्वास्थ्य ठीक होगा। अनजाना भय सताएगा। राज्य से लाभ। शत्रु शांत होंगे।


🍯कुंभ

रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। परिवार की चिंता रहेगी। लाभ होगा। अस्वस्थता का अनुभव करेंगे। चिंता से मुक्ति नहीं मिलेगी। शत्रु दबे रहेंगे। कलह-अपमान से बचें। संभावित यात्रा होगी। सावधानी बरतना होगी।


🐟मीन

जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। घर-बाहर अशांति रह सकती है। प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा के योग बनेंगे। कुछ कष्ट होने की संभावना। लाभ के योग बनेंगे। स्त्री वर्ग को कष्ट। कुसंग से कष्ट। कलहकारक दिन रहेगा। अपनी तरफ से बात को बढ़ावा न दें।


*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*













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🚩🚩भारत माता की जय🚩🚩

                                                             


आज का पांचांग दिन शनिवार दिनांक 01/11/2025



                  🌞सुप्रभातम🌞 

      ⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

       दिनांक:- 01/11/2025, शनिवार


     *जय श्री राम*

*दशमी, शुक्ल पक्ष,*

*कार्तिक*

 (समाप्ति काल) 


तिथि--------------- दशमी 09:11:02      तक

पक्ष--------------------------- शुक्ल

नक्षत्र------------- शतभिषा 18:19:37   

योग------------------- ध्रुव 26:08:27

करण------------------- गर 09:11:02

करण-------------- वणिज 20:26:50

वार------------------------- शनिवार

माह------------------------ कार्तिक

चन्द्र राशि--------------------    कुम्भ

सूर्य राशि---------------------    तुला

रितु---------------------------- हेमंत

आयन------------------- दक्षिणायण

संवत्सर-------------------- विश्वावसु

संवत्सर (उत्तर) --------------सिद्धार्थी

विक्रम संवत------------------- 2082

गुजराती संवत----------------- 2082 

शक संवत--------------------- 1947

कलि संवत-------------------- 5126

सूर्योदय-------------------- 06:31:01

सूर्यास्त-------------------- 17:34:06

दिन काल------------------ 11:03:05

रात्री काल----------------- 12:57:36

चंद्रोदय------------------- 14:45:59

चंद्रास्त------------------- 26:44:33

लग्न----   तुला 14°39' , 194°39'

सूर्य नक्षत्र-------------------- स्वाति

चन्द्र नक्षत्र -------------------शतभिषा

नक्षत्र पाया--------------------- ताम्र


+🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩+


सा---- शतभिषा 06:40:52


सी---- शतभिषा 12:31:44


सू---- शतभिषा 18:19:37


से---- पूर्वाभाद्रपदा 24:04:37


सो---- पूर्वाभाद्रपदा 29:46:45


*💮🚩💮    ग्रह गोचर    💮🚩💮*


        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

============================

सूर्य=  तुला 14°49 ,          स्वाति 3       रो

चन्द्र= मकर  13°30 ,    शतभिषा   2      सा

बुध = वृश्चिक  08°52 ' अनुराधा   2      नी

शु क्र= कन्या 28°05,       चित्रा   , 2      पो

मंगल= वृश्चिक 03°30 '  विशाखा   4      तो 

गुरु= कर्क  00°30       पुनर्वसु,     4      ही 

शनि=मीन 01°58 '    पूo भा o  , 4       दी 

राहू=(व) कुम्भ 21°15 पू o भा o,     1   से 

केतु= (व) सिंह 21°15 पूoफा o   3       टी 

============================


*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*


राहू काल 09:17- 10:40 अशुभ

यम घंटा 13:25- 14:48 अशुभ

गुली काल 06:31 -07:54 अशुभ

अभिजित 11:40- 12:25 शुभ

दूर मुहूर्त 07:59 - 08:44 अशुभ

वर्ज्यम 24:28-25:59* अशुभ

प्रदोष 17:34- 20:12         शुभ


🚩पंचक  अहोरात्र अशुभ


💮चोघडिया, दिन


काल 06:31- 07:54 अशुभ

शुभ 07:54 -09:17 शुभ

रोग 09:17 -10:40 अशुभ

उद्वेग 10:40- 12:03 अशुभ

चर 12:03 -13:25 शुभ

लाभ 13:25-14:48 शुभ

अमृत 14:48-16:11 शुभ

काल 16:11- 17:34 अशुभ


🚩चोघडिया, रात


लाभ 17:34- 19:11 शुभ

उद्वेग 19:11- 20:49 अशुभ

शुभ 20:49- 22:26 शुभ

अमृत 22:26-24:03*शुभ

चर 24:03-25:40 शुभ

रोग 25:40-27:17अशुभ

काल 27:17-28:55*अशुभ

लाभ 28:55-30:32 शुभ


💮होरा, दिन


शनि 06:31- 07:26

बृहस्पति 07:26- 08:22

मंगल 08:22- 09:17

सूर्य 09:17- 10:12

शुक्र 10:12- 11:07

बुध 11:07- 12:03

चन्द्र 12:03 -12:58

शनि 12:58 -13:53

बृहस्पति 13:53 -14:48

मंगल 14:48- 15:44

सूर्य 15:44 -16:39

शुक्र 16:39- 17:34


🚩होरा, रात


बुध 17:34- 18:39

चन्द्र 18:39 -19:44

शनि 19:44 -20:49

बृहस्पति 20:49- 21:53

मंगल 21:53- 22:58

सूर्य 22:58 -24:03

शुक्र 24:03-25:08

बुध 25:08-26:13

चन्द्र 26:13- 27:17

शनि 27:17-28:22

बृहस्पति 28:22- 29:27

मंगल 29:27-30:32


*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 


तुला   >  05:30  से  07:46    तक

वृश्चिक > 07:46 से  10:02     तक

धनु     > 10:02  से  12:10     तक

मकर   > 12:10 से  13:42     तक

कुम्भ   > 13:42  से  15:16     तक

मीन    > 15:16  से  16:52     तक

मेष     > 16:52  से  18:22     तक     

वृषभ   > 18:22 से  20:16     तक

मिथुन  > 20:216 से 22:44      तक

कर्क    > 22:44  से 00:56    तक

सिंह    > 00:56 से  03:00      तक

कन्या  > 03:00  से   05:32    तक

=======================


*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कलिमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*


*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*


  10 + 7 +  1 =18   ÷ 4 = 2 शेष

 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l


*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


शनि ग्रह मुखहुति


*💮    शिव वास एवं फल -:*


   10 + 10 + 5 = 25 ÷ 7 =  4 शेष


सभायां  = संताप कारक


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


रात्रि 20:40 से प्रारंभ


मृत्यु लोक  =  सर्वकार्य विनाशिनी


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


*एकादशी प्रारम्भ 9:12 से*


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


अन्नहीना दहेद्राष्ट्रं मंत्रहीनश्च रिषीत्विजः ।

यजमानं दानहीनो नास्ति यज्ञसमो रिपुः ।।

।।चाo नीo।।


   उस यज्ञ के समान कोई शत्रु नहीं जिसके उपरांत लोगो को बड़े पैमाने पर भोजन ना कराया जाए. ऐसा यज्ञ राज्यों को ख़तम कर देता है. यदि पुरोहित यज्ञ में ठीक से उच्चारण ना करे तो यज्ञ उसे ख़तम कर देता है. और यदि यजमान लोगो को दान एवं भेटवस्तू ना दे तो वह भी यज्ञ द्वारा ख़तम हो जाता है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


श्रुतिविप्रतिपन्ना ते यदा स्थास्यति निश्चला।

 समाधावचला बुद्धिस्तदा योगमवाप्स्यसि॥


भाँति-भाँति के वचनों को सुनने से विचलित हुई तेरी बुद्धि जब परमात्मा में अचल और स्थिर ठहर जाएगी, तब तू योग को प्राप्त हो जाएगा अर्थात तेरा परमात्मा से नित्य संयोग हो जाएगा

 ॥53॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। किसी अपरिचित की बातों में न आएं। धनहानि हो सकती है। थोड़े प्रयास से ही काम सफल रहेंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।


🐂वृष

व्यवसाय धीमा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की नाराजी झेलनी पड़ सकती है। परिवार में मनमुटाव हो सकता है। सुख के साधनों पर व्यय सोच-समझकर करें। निवेश करने से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शारीरिक कष्ट संभव है।


👫मिथुन

परिवार की आवश्यकताओं के लिए भागदौड़ तथा व्यय की अधिकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कार्य की गति धीमी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। निवेश करने का समय नहीं है। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है, धैर्य रखें।


🦀कर्क

नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। अचानक लाभ के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार में वृद्धि से संतुष्टि रहेगी। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। उत्साह से काम कर पाएंगे। किसी की बातों में न आएं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे।


🐅सिंह

कोई राजकीय बाधा हो सकती है। जल्दबाजी में कोई भी गलत कार्य न करें। विवाद से बचें। काफी समय से अटका हुआ पैसा मिलने का योग है, प्रयास करें। या‍त्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। वस्तुएं संभालकर रखें।


🙎‍♀️कन्या

अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। व्ययसाय लाभप्रद रहेगा। कार्य पर ध्यान दें।


⚖️तुला

तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के योग हैं। परिवार व स्नेहीजनों के साथ विवाद हो सकता है। शत्रुता में वृद्धि होगी। अज्ञात भय रहेगा। थकान महसूस होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।


🦂वृश्चिक

कष्ट, भय, चिंता व तनाव का वातावरण बन सकता है। जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा।


🏹धनु

किसी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। भागदौड़ रहेगी। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। जोखिम न उठाएं। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। बजट बिगड़ेगा। दूर से शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें।


🐊मकर

किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। परिवार व मित्रों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, सावधान रहें। निवेश शुभ रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना बन सकती है।


🍯कुंभ

यात्रा सफल रहेगी। शारीरिक कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी। नई योजना बनेगी। लोगों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके काम पूरे होने के योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा।


🐟मीन

दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। निवेश शुभ रहेगा। संतान पक्ष से आरोग्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। हानि संभव है। भाइयों का साथ मिलेगा।


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